दोस्त
दोस्तों के दिलों में रहने की इज़ाज़त नहीं मांगी जाती ।
ये तो वो जगह है, जहां कब्जे किए जाते हैं।।
मुझ पर दोस्तों का प्यार, यूँ ही उधार रहने दो ।
बड़ाहसीन है ये कर्ज , मुझे उनका कर्जदार रहने दो ।।
दोस्तों के दिलों में रहने की इज़ाज़त नहीं मांगी जाती ।
ये तो वो जगह है, जहां कब्जे किए जाते हैं।।
मुझ पर दोस्तों का प्यार, यूँ ही उधार रहने दो ।
बड़ाहसीन है ये कर्ज , मुझे उनका कर्जदार रहने दो ।।
वो कह कर चले गये की "कल" से भूल जाना हमे..। हमने भी सदियों से "आज" को रोके रखा है..।।
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