दुरिया

कितना अजीब है ये फलसफा जिंदगी का ।

दूरियां सिखाती है....की,नज़दीकियां क्या होती है।।

कोई टिप्पणी नहीं

याद

वो कह कर चले गये की "कल" से भूल जाना हमे..। हमने भी सदियों से "आज" को रोके रखा है..।।

Blogger द्वारा संचालित.