वक्त
ना रुका है, ना रुकेगा, ना रोक पाएगा कोई ।
वक़्त वो मुसाफ़िर है जिसका कोई हमसफ़र नहीं होता.।।
ना रुका है, ना रुकेगा, ना रोक पाएगा कोई ।
वक़्त वो मुसाफ़िर है जिसका कोई हमसफ़र नहीं होता.।।
वो कह कर चले गये की "कल" से भूल जाना हमे..। हमने भी सदियों से "आज" को रोके रखा है..।।
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