समन्दर
मत बन बड़ा आदमी ,छोटेपन का मजा अनूठा होता है।
समंदर में मिलने से पहले ही,नदी का पानी मीठा होता है।।
मत बन बड़ा आदमी ,छोटेपन का मजा अनूठा होता है।
समंदर में मिलने से पहले ही,नदी का पानी मीठा होता है।।
वो कह कर चले गये की "कल" से भूल जाना हमे..। हमने भी सदियों से "आज" को रोके रखा है..।।
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