शोहरत
जानें कौनसी शोहरत पर ,आदमी को नाज है ।
जो आखरी सफर के लिए भीऔरों का मोहताज है।।
जानें कौनसी शोहरत पर ,आदमी को नाज है ।
जो आखरी सफर के लिए भीऔरों का मोहताज है।।
वो कह कर चले गये की "कल" से भूल जाना हमे..। हमने भी सदियों से "आज" को रोके रखा है..।।
कोई टिप्पणी नहीं