हौसला

ख़्वाब भले टूटते रहे मगर "हौंसले"
फिर भी ज़िंदा हो ।
"हौसला " अपना ऐसा रखो जहाँ
मुश्किलें भी शर्मिंदा हो ।।

कोई टिप्पणी नहीं

याद

वो कह कर चले गये की "कल" से भूल जाना हमे..। हमने भी सदियों से "आज" को रोके रखा है..।।

Blogger द्वारा संचालित.