चाँद

चलो चाँद का,किरदार अपना लें.।
दाग़ अपने पास रखें,और रौशनी फैला दें।।

कोई टिप्पणी नहीं

याद

वो कह कर चले गये की "कल" से भूल जाना हमे..। हमने भी सदियों से "आज" को रोके रखा है..।।

Blogger द्वारा संचालित.