दोस्त

   टैक्स न लगा दे, कही सरकार दोस्ती पर .।
  क्योंकि,मेरी यह संपत्ति, मेरी आय से अधिक है ।।

कोई टिप्पणी नहीं

याद

वो कह कर चले गये की "कल" से भूल जाना हमे..। हमने भी सदियों से "आज" को रोके रखा है..।।

Blogger द्वारा संचालित.