आदत
ये बेफिक्र सी सुबह , और गुनगुनाहट शामों की ।
जिंदगी बहुत खूबसूरत है , अगर आदत हो मुस्कुराने की ।।
ये बेफिक्र सी सुबह , और गुनगुनाहट शामों की ।
जिंदगी बहुत खूबसूरत है , अगर आदत हो मुस्कुराने की ।।
वो कह कर चले गये की "कल" से भूल जाना हमे..। हमने भी सदियों से "आज" को रोके रखा है..।।
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