आस
सपनों की मंजिल पास नही होती,
ज़िन्दगी हर पल उदास नहीँ होती.।।
खुद पर यकीं रखना.
"ऐ-मेरे दोस्त"
कभी कभी वो भी मिल जाता है,
जिसकी कभी आस नहीँ होती.।।
सपनों की मंजिल पास नही होती,
ज़िन्दगी हर पल उदास नहीँ होती.।।
खुद पर यकीं रखना.
"ऐ-मेरे दोस्त"
कभी कभी वो भी मिल जाता है,
जिसकी कभी आस नहीँ होती.।।
वो कह कर चले गये की "कल" से भूल जाना हमे..। हमने भी सदियों से "आज" को रोके रखा है..।।
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